खेवैय्या कहाँ है ?
हर तरफ हुश्न की कश्तियाँ चल रहीं थीं ,
वो पागल शराबी खेवैय्या कहाँ है ,
पड़ा होगा पी कर कहीं मैकदे में
ढूढता होगा दारू में लैला कहाँ है ,
अगर होश आये तो होगी रूश्वाई
बता मेरा सारा रुपईय्या कहाँ है ,
अगर ऐसे माझी की नैय्या पकड़ ली
तो पूछन लगेगा खेवैय्या कहाँ है .....
पंकज उपाध्याय , पूर्व प्रेसिडेंट P.G. College Ghazipur (U.P.)
Wednesday, December 1, 2010
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